जानें GST 2.0 बदलाव के बाद भारत में कौन सी कारें सस्ती और कौन सी महँगी हुईं। छोटी कारों पर 18% GST से कीमतों में बड़ी कटौती, जबकि SUVs और लक्ज़री कारों पर 40% GST। पूरी डिटेल पढ़ें।
Effective Date: यह नया GST ढांचा 22 सितंबर 2025 से लागू हो चुका है।
क्या बदला है GST ढांचे में?
- पहले: कई टैक्स—28 % GST + भारी Compensation Cess (17–22 %)—जिससे करभार कुल मिलाकर 45–50 % तक पहुँच जाता था।
- अब: केवल दो टैक्स स्लैब: 18 % (छोटे वाहनों के लिए) और 40 % (मिड-साइज, बड़े, लक्ज़री SUVs के लिए)।
– सबसे बड़ी बात: Compensation Cess पूरी तरह से हटा दिया गया है।
किस श्रेणी की कारें हुई सस्ती, और कौन महंगी?
1. छोटी कारें (Small Cars)
- इंसानी समझ के लिए: पेट्रोल/LPG/CNG ≤ 1200 cc और ≤ 4 मीटर, और डीज़ल ≤ 1500 cc और ≤ 4 मीटर।
- अब इन पर 18 % GST, पहले जहाँ 28 % + cess लगता था।
- इसका मतलब ग्राहकों को 60,000–1,45,000 ₹ तक की छूट मिल रही है—कुछ कंपनियाँ पूरे लाभ पास कर रही हैं।
2. मिड-साइज़ / लक्ज़री कारें और SUVs
- इनका GST अब 40 %, cess हट जाने से कुल करभार घटा हुआ (पहले था ~45–50 %)।
- यानी महँगी तो लग रही है, लेकिन रीयल टोटल टैक्स बढ़ा नहीं, बल्कि कुछ-कुछ कम भी हो सकता है।
3. Electric Vehicles (EVs)
- परमानेंट 5 % GST स्ट्रक्चर है—बिना कोई बदलाव।
तुलना तालिका: नए vs पुराने टैक्स की स्थिति
कार कैटेगरी | GST पूर्व (GST + Cess) | नया GST 2.0 | परिणाम (Effect) |
---|---|---|---|
छोटी कारें (Small Cars) | 45–50 % | 18 % | बहुत सस्ती—₹60k से ₹1.45 lakh तक कटौती |
मिड-साइज़ / लक्ज़री / SUVs | 45–50 % | 40 % | थोड़ी राहत—टोटल टैक्स घटा, कीमत में कमी संभव |
EVs | 5 % | 5 % | स्थिर (कोई बदलाव नहीं) |
उदाहरण: कौन-कौन सी कारें हुई सस्ती और कितनी?
- Hyundai Creta, Mahindra Thar, Tata Harrier/Safari आदि SUVs पर अब 1.4 लाख तक की कटौती।
- Popular small cars जैसे Maruti Swift, Wagon R, Alto, Tata Tiago आदि की कीमत में ₹60k–₹1.06 lakh तक की कटौती संभव।
- लोग मान रहे हैं कि छोटे कारों की बिक्री में बढ़ोतरी आएगी—and यह सरकार का उद्देश्य भी था।
निष्कर्ष (Conclusion)
- 22 सितंबर 2025 से लागू नए GST स्लैब—सिर्फ दो दरें (18 % और 40 %)—लॉन्च हो चुके हैं।
- छोटी कारों के खरीदारों के लिए यह सौगात है—प्राइस में बड़ी कटौती।
- बड़ी कारों और SUVs पर लगने वाला करभार घटा है, यानी कीमतें थोड़ी कम हो सकती हैं।
- EVs पर कोई बदलाव नहीं, 5 % की दर पहले जैसी ही बनी हुई है।
- इस बदलाव से फेस्टिवल सीज़न में सेल्स में वृद्धि और ग्राहकों की जेब पर असर साफ दिख रहा है।